ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 10 साल की छोटी उम्र में आयुष कुमार खुंटिया ने लॉकडाउन में टेलीविजन पर रामायण सीरियल देखकर पूरी रामायण लिख दी।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 10 साल की छोटी उम्र में एक बच्चे ने कमाल कर दिया है।10 साल के बच्चे ने लॉकडाउन में टेलीविजन पर रामायण सीरियल देखकर पूरी रामायण लिख दी। जो भी इस बारे में जान रहा है वह बच्चे की प्रतिभा को देखकर हैरान है। बता दें कि रामायण लिखने वाले 10 साल के बच्चे का नाम आयुष कुमार खुंटिया है। आयुष ने उड़िया भाषा में महाकाव्य 'पिलाका रामायण' की रचना की है। पिलाका रामायण में कुल 104 पेज हैं. पिलाका रामायण को बच्चों की रामायण भी कहा जा रहा है।
आयुष कुमार खुंटिया ने बताया कि पिछले साल मार्च में लागू हुए लॉकडाउन के दौरान मेरे अंकल ने मुझे रामायण सीरियल देखने के लिए कहा था। उन्होंने ये भी कहा था कि रामायण के एपिसोड देखने के बाद मैं उसपर कुछ लिखूं। आयुष ने कहा, 'मैंने टीवी पर रामायण के सारे एपिसोड देखे और एक-एक एपिसोड को उड़िया भाषा में अपनी नोटबुक पर लिखा। मुझे पिलाका रामायण को पूरा करने में दो महीने का वक्त लगा.' महाकाव्य पिलाका रामायण लिखने वाले 10 साल के बच्चे आयुष ने बताया कि मैंने अपनी किताब में कई अद्भुत घटनाओं के बारे में लिखा। जैसे- भगवान राम का 14 साल के लिए घर छोड़कर जाना और पंचवटी वन से माता सीता का अपहरण। मैंने अयोध्या में भगवान राम के लौटने पर उनके भव्य स्वागत के बारे में भी लिखा।
आयुष कुमार खुंटिया ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी को पढ़ने-लिखने की आदत डालनी चाहिए। इससे आप जीवन की नई ऊंचाइयों पर पहुंच सकते हैं।
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