उत्तराखंड : ऋषिगंगा आपदा का 21वां दिन, कुल 72 शव बरामद, अभी भी 132 लोग लापता

शुक्रवार को कालेश्वर के पास नदी किनारे एक शव मिला। जिसके बाद अब आपदा में लापता 204 में से 72 शव और 30 मानव अंग मिल चुके हैं। अभी भी 132 लोग लापता हैं।


उत्तराखंड : देवभूमि में 7 फरवरी को उत्तराखंड में चमोली जिले के ऋषिगंगा में आई आपदा के 21वें दिन भी लापता लोगों की खोज जारी है। वहीं शुक्रवार को कालेश्वर के पास नदी किनारे एक शव मिला। जिसके बाद अब आपदा में लापता 204 में से 72 शव और 30 मानव अंग मिल चुके हैं। अभी भी 132 लोग लापता हैं।

जानकारी मुताबिक़, शुक्रवार देर शाम मारवाड़ी से भी एक शव बरामद हुआ। इससे पहले कालेश्वर के पास से भी एक शव बरामद किया गया था। जिसके बाद अब 132 लोग लापता चल रहे हैं, जबकि दो व्यक्ति पूर्व में सुरक्षित मिले थे। अब तक मिले शवों में से 41 की शिनाख्त की जा चुकी है।

चमोली की जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 38 मृतकों के परिजनों, 12 घायलों तथा एक परिवार को गृह अनुदान मुआवजा राशि जारी की जा चुकी है। वही प्रभावित क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य शिविरों में जिला प्रशासन द्वारा अब तक 2288 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और 261 पशुओं की चिकित्सा के साथ दवा एवं 159 फीड ब्लाक वितरित किए गए। 

प्रभावित परिवारों को 588 राशन किट व 47 सोलर लाइट वितरण के अतिरिक्त तोपोवन और रैणी में संचालित राहत शिविरों में अब तक 11247 लोगों को भोजन कराया गया। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी, खाद्यान्न आपूर्ति सुचारू है। नीति-मलारी हाईवे पर रैणी में बीआरओ वैली ब्रिज बनाने में जुटा है। यहां पर दोनो ओर पुल का एबेडमेंट तैयार कर लिया गया हैै और जल्द ही बैलीब्रिज निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।



वहीं तपोवन और रैणी में रेस्क्यू अभियान जारी है। बार-बार पंपिंग मशीन द्वारा सुरंग से पानी निकाला जा रहा है और मलबा हटाने का कार्य किया जा रहा है। तपोवन सुरंग के अंदर एसएफटी (सिल्ट फ्लशिंग टनल) के मुहाने तक मलबा हटा दिया गया है, लेकिन पानी का रिसाव अधिक होने के कारण यहां मलबा हटाने के काम में बाधा आ रही है। 

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