गढ़वाल DIG नीरू गर्ग का चमोली आपदा को लेकर बड़ा बयान, पढ़े पूरी ख़बर

चमोली ज़िले के ऋषिगंगा में जलस्तर बढ़ जाने से चल रहे बचाव कार्य को रोक दिया गया है। रैनी गांव के पास अलर्ट जारी किया गया है। 


उत्तराखंड : चमोली ज़िले के ऋषिगंगा में जलस्तर बढ़ जाने से चल रहे बचाव कार्य को रोक दिया गया है। रैनी गांव के पास अलर्ट जारी किया गया है। बता दें, रैणी गांव से नदी में पानी बढ़ने की सूचना के बाद टनल के भीतर और टनल के बाहर आसपास के क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी टीमें सुरक्षित स्‍थान पर भेज दी गई हैं। बता दें कि टनल के भीतर मलबा हटाने का काम चल रहा था। टनल के भीतर फंसे 34 सदस्‍यीय दल तक पहुंचने के लिए टनल से मलबा साफ किया जा रहा था। 

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प्राप्त जानकारी मुताबिक़, चमोली पुलिस के अनुसार नदी में पानी का स्तर बढ़ रहा है, आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। लोगों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और घबराएं नहीं।

बता दें, डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि चमोली जिले में ऋषिगंगा नदी में जलस्‍तर बढ़ने के कारण बचाव अभियान अस्थायी रूप से रोका गया है। निचले इलाकों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं।

ANI न्यूज़ को गढ़वाल DIG नीरू गर्ग ने बताया है कि सब यही कोशिश कर रहे हैं कि हम आगे से आगे पहुंच पाएं। पहले गति अच्छी थी, परन्तु अब तरल ज्यादा हो गया है, जितना हम साफ कर रहे हैं अंदर से उतना ज्यादा तरल निकल रहा है। प्रयास जारी है, उम्मीद है कि 180 मीटर के आसपास वो लोग मिल जाएं।

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जानकारी अनुसार, पर्यावरणविद डॉ. अनिल प्रकाश जोशी बताया है कि यह मात्र उत्तराखंड के लिए संकेत नहीं है बल्कि पूरे देश का सवाल है। हम प्रकृति के विज्ञान को न मानते हैं न समझते हैं। यह प्रकृति को न समझने की भूल है। सवाल सरकारों से है कि केदारनाथ और इस घटना के बाद हमने क्या सबक लिया। इसकी समीक्षा होनी चाहिए

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