चमोली के गैरसैंण बजट सत्र के दौरान दिवालीखाल में हुए लाठीचार्ज व बवाल को लेकर बुधवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस विधायक गैरसैंण विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए।
उत्तराखंड : चमोली के गैरसैंण बजट सत्र के दौरान दिवालीखाल में हुए लाठीचार्ज व बवाल को लेकर बुधवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस विधायक गैरसैंण विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए। आज भी इस मामले में सदन में हंगामा होने के आसार हैं।
जानकारी मुताबिक़, वहीं बजट सत्र के दौरान दिवालीखाल में हुए लाठीचार्ज व बवाल पर मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला मजिस्ट्रेट/डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच चमोली के अपर जिला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चन्याल को सौंप दी है। साथ ही दिवालीखाल में बुधवार से बजट सत्र के दौरान भराड़ीसैंण परिक्षेत्र की ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाएगी।
डीएम स्वाति एस भदौरिया ने जांच अधिकारी को घटना के सभी पहलुओं की गहन एवं विस्तृत जांच कर दो सप्ताह में जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने भराड़ीसैंण परिक्षेत्र में ड्रोन कैमरे से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
जांच अधिकारी/अपर जिला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चन्याल ने बताया कि एक मार्च को दिवालीखाल में हुई घटना के संबंध में कोई भी व्यक्ति साक्ष्य या जानकारी रखता हो तो वह 7 दिनों में किसी भी कार्य दिवस पर सूचना उनके कार्यालय/न्यायालय गोपेश्वर में प्रस्तुत कर सकता है।
दैवीय आपदा पर चर्चा करने की मांग
वहीं बुधवार को सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। सत्र के दौरान विपक्ष ने प्रश्नकाल को स्थगित कर चमोली में विगत सात फरवरी को आई दैवीय आपदा पर चर्चा करने की मांग की। जिसके बाद विपक्ष ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा की मांग भी की।
जिस पर विधानसभा स्पीकर प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि प्रश्नकाल चलने दें। इसके बाद सदन में विपक्षी सदस्य चर्चा की मांग पर अड़ गए। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक और कर्ण मेहरा में तीखी बहस भी हुई। स्पीकर ने कहा कि वह नियम 310 की सूचना नियम 58 में सुन लेंगे। इसके बाद विपक्षी सदस्य शांत हो गए।
सदन में उठा उपनल कर्मचारियों का मुद्दा
बुधवार को सदन में उपनल कर्मचारियों का मुद्दा उठाा। वहीं कार्यस्थगन प्रस्ताव के दौरान ने विपक्ष ने दैवीय आपदा के मुद्दे पर सरकार को घेरा। विपक्ष ने आयुष्मान योजना की खामियां भी गिनाईं।
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