उत्तराखंड : कोरोना संक्रमित दूल्हे ने वीडियो कॉलिंग के जरिए लिए सात फेरे....

उत्तराखंड के अल्मोड़ा का दूल्हा और लखनऊ की दुल्हन ने वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे के साथ शादी संपन्न कर ली। अल्मोड़ा के रहने वाले उमेश और लखनऊ की रहने वाली मंजू के बीच फोन के जरिए ही विवाह संपन्न हो गया। 


उत्तराखंड :
कोरोना वायरस ने पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व भर में कहर बरपा रखा है। कोरोना वायरस जैसी बीमारी ने सभी को घरों में कैद करने पर मजबूर कर दिया है। कोरोना वायरस के कारण सभी लोग एक दूसरे से मिलने पर कतरा रहे हैं। 

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वहीं, इस महामारी में सरकार द्वारा सबकुछ ऑनलाइन करने का प्रयास किया जा रहा है। राजनेताओं की बैठक से लेकर कक्षाएं भी वर्चुअल मीटिंग द्वारा सम्मिलित हो रही हैं। बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी सब ऑनलाइन के माध्यम से कराई जा रही है। कोरोना महामारी में अब विवाह भी ऑनलाइन हो रहें हैं, जी हां शायद ही ऐसा पहले कभी हुआ हो की शादी भी मोबाइल के जरिए संपन्न हो गई। 

ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के अल्मोड़ा से सामने आया है। बता दें कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा का दूल्हा और लखनऊ की दुल्हन ने वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे के साथ शादी संपन्न कर ली। अल्मोड़ा के रहने वाले उमेश और लखनऊ की रहने वाली मंजू के बीच फोन के जरिए ही विवाह संपन्न हो गया। दोनों ने फोन के जरिए ही सात फेरे लिए और शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। 

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दरअसल उमेश और मंजू का विवाह 25 अप्रैल को होना तय हुआ था और दोनों के परिजन विवाह को लेकर खासे उत्साहित थे। दोनों की घरों में तैयारियां चल रही थीं। अंत तक सब ठीक रहा मगर दुर्भाग्य से शादी से ठीक पहले ही उमेश की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई जिसके बाद दूल्हे ने खुद को अपने घर में आइसोलेट कर लिया। 

जब कोई चारा नहीं दिखा तो दोनों परिवारों ने ऑनलाइन विवाह करने की ठानी। लंबे समय से उमेश और मंजू की शादी की तैयारियों में दोनों का परिवार जुटा हुआ था और 25 अप्रैल वह शुभ दिन था जिस दिन दोनों को शादी के बंधन में बंधना था। मगर दुर्भाग्यवश शादी से एक दिन पहले ही उमेश कोरोना पॉजिटिव आ गया और दूल्हे के पॉजिटिव आते ही दोनों परिवारों के बीच में मायूसी छा गई। मगर फिर भी दोनों का विवाह वर्चुअल तरीके से संपन्न हुआ।

दरअसल दुल्हन का कहना है उनके यहां यह परंपरा है कि शादी से पहले गणेश पूजा होती है और गणेश पूजा संपन्न होने के बाद शादी टालना अपशकुन माना जाता है और तय तारीख पर ही शादी की जाती है। इसी वजह से दोनों परिवारों ने यह तय किया कि उमेश और मंजू का विवाह वर्चुअल तरह से संपन्न किया जाएगा। दोनों के विवाह में शादी की सभी रस्में रहीं बस जरिया बदल गया और कोसों मील दूर होते हुए भी दोनों विवाह के बंधन में बंध गए।

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वर एवं वधु दोनों पक्ष मोबाइल के जरिए एक दूसरे से जुड़े और पुजारी से सारी रस्में करवा कर शादी संपन्न करवाई। मंजू और उमेश दोनों एक-दूसरे से 450 किलोमीटर दूर थे और जूम एप्लीकेशन के जरिए दोनों ने विवाह किया। पुजारी ने मंत्र का पाठ किया और मंजू के गले में उसकी छोटी बहन ने मंगलसूत्र बांधा और उसके सिर पर सिंदूर लगाया। 3 घंटे के बाद दोनों का विवाह वर्चुअली ही सही मगर आधिकारिक तौर पर संपन्न हुआ।

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