कोरोना की दूसरी लहर इस बार बुजुर्गों ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी अपना शिकार बना रही है। इस ओर गंभीरता से सोचते हुए छोटे से छोटे अस्पतालों में भी टेस्ट और इलाज शुरू करने पर जोर देने की जरूरत है।
उत्तराखंड : कोरोना महामारी दिन प्रति दिन घातक होती जा रही है। हर रोज 5 हज़ार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे है। रिकवरी औसत कम मौत के आंकड़े ज्यादा नजर आ रहे है। बीते मंगलवार को ही देख लो एक दिन में 96 मौत हुई है कोरोना की चपेट में आने से।
जानकारी मुताबिक़, आपको बता दें, कोरोना की दूसरी लहर इस बार बुजुर्गों ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी अपना शिकार बना रही है। इस ओर गंभीरता से सोचते हुए छोटे से छोटे अस्पतालों में भी टेस्ट और इलाज शुरू करने पर जोर देने की जरूरत है। लोगों को हल्की खांसी, बुखार आदि होने पर तुरंत जांच करानी होगी और दवाई लेनी होगी। कोरोना से जुड़ी सलाहकार समिति ने सरकार को अपनी यह रिपोर्ट सौंपी है।
प्राप्त जानकारी मुताबिक़, समिति के अध्यक्ष एवं एचएनबी मेडिकल विवि के कुलपति प्रो.हेमचंद्र और दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.आशुतोष सयाना ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन दिन के भीतर दून अस्पताल में 37 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई। इनमें 50 वर्ष से कम आयु के 10, 51 से 60 वर्ष आयु के 12 और 60 वर्ष से अधिक आयु के 15 मरीज थे।
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उन्होंने बताया है कि मरने वालों में 43 प्रतिशत महिलाएं और 57 प्रतिशत पुरुष शामिल थे। 70 प्रतिशत मामले ऐसे थे, जिनमें मरीज में पांच दिन के भीतर जानलेवा लक्षण आए। 50 प्रतिशत मामले सीधे दून अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के थे, जबकि 50 प्रतिशत मामलों में मरीज अन्य अस्पतालों से यहां रेफर होकर आए थे।
जानकारी अनुसार, प्रो. हेम चंद्र, समिति के अध्यक्ष सलाहकार ने बताया है कि कोविड की दूसरी लहर में वायरस काफी जहरीला है। बुखार आदि के लक्षण आने पर भी लोग जांच और इलाज के बजाए घर पर ही उपचार ले रहे हैं, जिस वजह से इसका प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लोगों को जागरूक करना होगा, ताकि वह समय से जांच और इलाज कराएं। तभी जाकर कोरोना के प्रकोप से निजात मिलेगी।
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