उत्तराखंड से बड़ी ख़बर : अलकनंदा नदी किनारे मिला अज्ञात शव, शिनाख्त करने में जुटी पुलिस

श्रीनगर गढ़वाल से एक बड़ी ख़बर सामने आई है। श्रीनगर नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत श्रीकोट प्राइमरी स्कूल के समीप अलकनंदा नदी के किनारे एक अज्ञात शव मिला।


पौड़ी गढ़वाल : श्रीनगर गढ़वाल से एक बड़ी ख़बर सामने आई है। श्रीनगर नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत श्रीकोट प्राइमरी स्कूल के समीप अलकनंदा नदी के किनारे एक अज्ञात शव मिला। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कर मोर्चरी में रख दिया गया है। फिलहाल पुलिस शव की शिनाख्त करने में जुटी है।

प्राप्त जानकारी के मुताबकि, स्थानीय लोगों ने अलकनंदा नदी के किनारे एक अज्ञात अधेड़ व्यक्ति का शव पड़ा देखा। जिसकी सूचना उन्होंने आनन-फानन में पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कर मोर्चरी में रख दिया है। फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हुई। 

जानकारी अनुसार, बता दें, श्रीनगर कोतवाल हरिओम चौहान ने बताया कि प्रथम दृष्टया में शव किसी साधु का प्रतीत हो रहा है। शव पानी में बहकर श्रीकोट तक पहुंचा है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

ब्लैक फंगस से एक और मौत, एम्स में चार नए केस मिले

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से अल्मोड़ा निवासी 69 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। वहीं संस्थान में ब्लैक फंगस के चार नए केस मिले हैं। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस जानलेवा होता जा रहा है। ब्लैक फंगस से प्रदेश में मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। अल्मोड़ा बेस अस्पताल में ब्लैक फंगस के संदिग्ध लक्षण मिलने के बाद एक 69 वर्षीय मरीज को एसटीएस हल्द्वानी रेफर किया था। यहां से मरीज को एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया।


एम्स में जांच के दौरान मरीज में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। जिसके बाद मरीज को ब्लैक फंगस केयर वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बाद मरीज ने बुधवार देर रात को दम तोड़ दिया। यह ब्लैक फंगस से प्रदेश में तीसरी मौत है। वहीं, बुधवार को सितारगंज के एक ब्लैक फंगस से संदिग्ध मरीज की भी मौत हो चुकी है। 

एम्स ऋषिकेश के ईएनटी विभाग के डॉ. अमित त्यागी ने बताया कि संस्थान में ब्लैक फंगस के अब तक 46 केस मिल चुके हैं। इनमें से उत्तराखंड के दो और उत्तरप्रदेश के मरीज की मौत हुई है। एक 81 वर्षीय महिला को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था। वहीं, अभी 42 मरीज भर्ती हैं। 

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