कोटद्वार स्थित सिगड्डी ग्रोथ सेंटर में नेक्टर एंड ड्रग्स कंपनी के मालिक विशाद कुमार की ओर से दिल्ली पुलिस के खिलाफ कोटद्वार कोतवाली में तहरीर दी गई।
पौड़ी गढ़वाल : कोटद्वार स्थित सिगड्डी ग्रोथ सेंटर में नेक्टर एंड ड्रग्स कंपनी के मालिक विशाद कुमार की ओर से दिल्ली पुलिस के खिलाफ कोटद्वार कोतवाली में तहरीर दी गई। जिसमें कंपनी के मालिक विशाद कुमार की ओर से दिल्ली पुलिस के खिलाफ फैक्टरी पर जबरदस्ती झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया गया है।
इस तहरीर में कोटद्वार में नकली रेमेडीसीविर इंजेक्शन पकड़े जाने की बात सोशल मीडिया पर प्रचारित की गई थी। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने बताया कि कंपनी के मालिक के तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जाएगी।
बता दें कि शुक्रवार सुबह उस वक्त क्षेत्र में हड़कंप मच गया, जब टीवी चैनलों व सोशल मीडिया में कोटद्वार में एक फैक्ट्री से नकली रेमेडीसीवर इंजेक्शन पकड़े जाने की बात प्रचारित की गई। दिल्ली पुलिस ने मामले में सात व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया। शुक्रवार सुबह दिल्ली पुलिस की टीम कोटद्वार में सिगड्डी ग्रोथ सेंटर स्थित नैक्टर हब्र्स एंड ड्रग्स में पहुंची व फैक्ट्री की तलाशी ली।
इस दौरान कोटद्वार कोतवाली पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। तलाशी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री स्वामी से भी पूछताछ की। तलाशी में फैक्ट्री से न तो रेमेडीसीवर इंजेक्शन मिले और न ही इससे संबंधित कोई लेबल मिले। करीब छह घंटे बाद पुलिस टीमें वापस लौट गई।
इस दौरान शनिवार को मामले में नया मोड़ आ गया। फैक्ट्री स्वामी विशाद कुमार की ओर से दिल्ली पुलिस के खिलाफ एक तहरीर कोटद्वार कोतवाली की कलालघाटी चौकी में दी गई है। तहरीर में कहा गया है कि 28 अप्रैल की सुबह दिल्ली पुलिस की टीम ने उन्हें फोन कर फैक्ट्री में बुलाया। टीम अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर आई थी। विशाद कुमार का कहना है कि टीम को फैक्ट्री में नकली इंजेक्शन नहीं मिले। 29 को पुन: दिल्ली पुलिस ने उन्हें फोन कर फैक्ट्री के कुछ वीडियो भेजने को कहा।
जिस पर उन्होंने फैक्ट्री कर्मचारी केशव से वीडियो बनवा कर दिल्ली पुलिस को भेज दिया, जो कि टीवी चैनलों में दिखाए गए। तहरीर में कहा गया है कि 30 अप्रैल की सुबह दिल्ली पुलिस आदित्य गौतम को लेकर उनकी फैक्ट्री में पहुंची। बताया कि आदित्य ने अपने तीन साथियों के साथ उनकी फैक्ट्री मई 2019 में लीज पर ली थी, लेकिन वह
p>तहरीर में कहा गया कि दिल्ली पुलिस उसकी फैक्ट्री में नकली इंजेक्शन व उन्हें बनाने की मशीन लगे होने की बात कह रही थी। इन कर्मियों ने उनसे गाली-गलौच भी की। इसी दौरान स्थानीय पुलिस टीम फैक्ट्री में पहुंच गई। दिल्ली पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर पुन: फैक्ट्री की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
बताया कि फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी दिल्ली पुलिस की टीम अपने साथ ले गई है। तहरीर में दिल्ली पुलिस ने अपनी कंपनी को झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया गया है। तहरीर में पुलिस से डीवीआर दिलवाने की भी गुजारिश की गई है, ताकि वे न्यायालय में अपना पक्ष रख सकें।
0 Comments