पौड़ी जिले के पोखड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मंझगांव में 32 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद गांव को कन्टेंटमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है।
पौड़ी गढ़वाल : पुरे प्रदेश में कोरोना महामारी अब घातक होती जा रही है। मैदान से लेकर अब पहाड़ तक इस कोरोना महामारी ने अपना पैर पसार चुका है। बता दें, जनपद पौड़ी के पहाड़ी क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार तेज होता जा रहा है।
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जानकारी मुताबिक़, जनपद पौड़ी गढ़वाल के गांवों में कोरोना ग्राफ बढ़ने से चिंताएं भी बढ़ती जा रही है। कोरोना को लेकर एक बड़ी ख़बर सामने आई है। पौड़ी जिले के पोखड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मंझगांव में 32 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद गांव को कन्टेंटमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है।
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जानकारी अनुसार, चौबट्टाखाल के उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने एक लोकल न्यूज़ रेपोटर को बताया कि 12 मई को 97 ग्रामीणों का कोरोना सैंपल लिया गया था, जिसमें 32 लोगों के कोरोना संक्रमित आने पर मंझगांव को कन्टेंमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया। कोरोना संक्रमित संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही मेडिकल किट भी उपलब्ध करवा दी गई है।
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पर्वतीय क्षेत्रों में वृहद स्तर होगी रैपिड एंटीजन टेस्टिंग
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए सरकार अब यहां एंटीजन टेस्टिंग कराने पर फोकस कर रही है। पर्वतीय क्षेत्रों के ऐसे गांव, जहां कोरोना संक्रमण के मरीज मिल रहे हैं, उन गांवों में एंटीजन टेस्टिंग सबसे पहले की जाएगी। इसके साथ ही सभी को दवा की किट भी वितरित की जाएगी। मकसद यह कि यह कि कोरोना संक्रमण के प्रसार पर शुरुआत में ही रोक लगाई जा सके।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल आया है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में कोरोना की दूसरी लहर का खासा असर देखने को मिला है। ग्रामीण भी बीते वर्ष की भांति जागरूक नहीं हैं। विवाह व अन्य समारोह में कोरोना के नियम टूट रहे हैं।
इसके अलावा विवाह व धार्मिक समारोह के साथ ही प्रवासी भी संक्रमण का कारक रहे हैं। शादी समारोह में जहां कोरोना की गाइडलाइन का बिल्कुल अनुपालन नहीं हुआ, तो वहीं दूसरे राज्यों से आने वालों के रजिस्ट्रेशन और होम आइसोलेशन की व्यवस्था तो की गई लेकिन इनकी सही तरह से निगरानी नहीं हुई।
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