प्रधानमंत्री के साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी सुंदरलाल बहुगुणा के परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। राहुल ने कहा कि देश के सबसे अग्रणी पर्यावरणविदों में से एक सुंदरलाल बहुगुणा का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है।
उत्तराखंड : प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा नहीं रहे। कोरोना संक्रमण की चपेट में आए 94 बहुगुणा का 9 मई से ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उपचार चल रहा था। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पर्यावरणविद् बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त हुए इसे देश की अपूरणीय क्षति बताया है।
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जानकारी मुताबिक़, विश्व विख्यात पर्यावरणविद्, पद्म विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा- 'सुंदरलाल बहुगुणा जी का जाना देश की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने हमारी सदियों पुरानी प्रकृति के साथ रहने की रीति को जिंदा रखा। उनकी सादगी और दया भाव भुलाए नहीं जा सकेंगे।'
Passing away of Shri Sunderlal Bahuguna Ji is a monumental loss for our nation. He manifested our centuries old ethos of living in harmony with nature. His simplicity and spirit of compassion will never be forgotten. My thoughts are with his family and many admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2021
प्रधानमंत्री के साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी सुंदरलाल बहुगुणा के परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। राहुल ने कहा कि देश के सबसे अग्रणी पर्यावरणविदों में से एक सुंदरलाल बहुगुणा का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। चिपको आंदोलन में उनके योगदान को आने वाली पीढ़ी याद रखेगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा- चिपको आंदोलन के प्रणेता, विश्व में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध महान पर्यावरणविद् पद्म विभूषण श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार मिला। यह खबर सुनकर मन बेहद व्यथित है। यह सिर्फ उत्तराखंड के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
पहाड़ों में जल, जंगल और जमीन के मसलों को अपनी प्राथमिकता में रखने वाले और रियासतों में जनता को उनका हक दिलाने वाले श्री बहुगुणा जी के प्रयास सदैव याद रखे जाएंगे। पर्यावरण संरक्षण के मैदान में श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के कार्यों को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोकाकुल परिजनों को धैर्य व दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
चिपको आंदोलन के प्रणेता, विश्व में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध महान पर्यावरणविद् पद्म विभूषण श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार मिला। यह खबर सुनकर मन बेहद व्यथित हैं। यह सिर्फ उत्तराखंड के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण देश के लिए अपूरणीय क्षति है। pic.twitter.com/j85HWCs80k
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 21, 2021
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने बहुगुणा जी के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
विश्वप्रसिद्ध पर्यावरणविद, चिपको आंदोलन के प्रणेता, पद्मविभूषण #श्री_सुन्दर_लाल_बहुगुणा_जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Shaurya Doval (@shaurya_doval) May 21, 2021
भगवान् श्री बद्री-केदार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं परिजनों को धैर्यवान बनाएं। ॐ शान्ति। pic.twitter.com/MeZ5Vc246T
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी और पूर्व सदस्य तरुण विजय ने शोक प्रकट किया। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने ट़वीट कर इसे अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा हेतु अपना समस्त जीवन समर्पित करने वाले महान व्यक्तित्व विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा का निधन समस्त समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करता हूं।
पर्यावरण की रक्षा हेतु अपना समस्त जीवन समर्पित करने वाले महान व्यक्तित्व विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी का निधन समस्त समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करता हूँ । ओम शांति।
— Anil Baluni (@anil_baluni) May 21, 2021
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने की दिशा में किए गए उनके प्रयासों को हमेशा याद रखा जाएगा। नायडू ने ट्वीट कर कहा, ‘‘वयोवृद्ध पर्यावरण संरक्षक, हिमालय के पर्यावरण की रक्षा के लिए चिपको आंदोलन के प्रणेता, सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। पुण्यात्मा को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि! उनके परिजनों और सहयोगियों के प्रति हार्दिक संवेदना! ओम शांति।’
वयोवृद्ध पर्यावरण संरक्षक, हिमालय के पर्यावरण की रक्षा के लिए चिपको आंदोलन के प्रणेता, सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। पुण्यात्मा को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि! उनके परिजनों और सहयोगियों के प्रति हार्दिक संवेदना! ओम शांति pic.twitter.com/pcd6wDlXJC
— Vice President of India (@VPSecretariat) May 21, 2021
वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा- 'चिपको आंदोलन के प्रणेता, पर्यावरण चेतना के प्रखरतम संवाहक, पद्मविभूषण श्री सुंदरलाल बहुगुणा के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।' चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना की है।
चिपको आंदोलन के प्रणेता पर्यावरणविद श्री सुंदर लाल बहुगुणा के निधन का दुखद समाचार मिला।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 21, 2021
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को संबल दें। ॐ शांति!
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