विवाह समारोह के बीच में ही उस वक्त हंगामा मच गया, जब दुल्हन सात फेरे लेने की बजाय सीधे कोतवाली पहुंच गई। दरअसल, मसूरी के एक होटल में विवाह समारोह के दौरान अचानक विवाद हो गया।
उत्तराखंड : विवाह समारोह के बीच में ही उस वक्त हंगामा मच गया, जब दुल्हन सात फेरे लेने की बजाय सीधे कोतवाली पहुंच गई। दरअसल, मसूरी के एक होटल में विवाह समारोह के दौरान अचानक विवाद हो गया। दुल्हन सात फेरे लेने की जगह मसूरी कोतवाली पहुंच गई और दूल्हे पर दहेज लेने का आरोप लगाया। फिलहाल दूल्हा बिना दुल्हन के वापस लौट गया।
शादी को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी। वहीं, शादी के दिन देर रात को पार्टी में लड़की को लड़के का व्यवहार सही नहीं लगा। जिसे देखते हुए लड़की ने शादी से मना कर दिया। वरपक्ष ने कई बार मनाने की कोशिश की, मगर बात नहीं बनी।
जानकारी के मुताबिक़, होटल प्रबंधक ने बताया कि शादी की सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई थी। शादी में 40 से लेकर 50 लोग शामिल थे। सब कुछ ठीक-ठाक था। जिसके बाद वह अपने रूम में चले गए। सुबह जब वह होटल आए तो उन्हें पता चला कि लड़की ने शादी करने से मना कर दिया था। जिसके बाद शादी टूट गई। पूरे मामले की जांच के लिये मसूरी पुलिस भी देर रात होटल पहुंची। जिसमें उन्होंने होटल के स्टाफ से पूछताछ की।
मसूरी कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि गुरुवार को मसूरी के एक होटल में शादी समारोह का आयोजन था। वर पक्ष पुणे (महाराष्ट्र) से बारात लेकर आया था, जबकि वधू पक्ष मोहाली (पंजाब) से शादी के लिए आया था। सात फेरे लेने से पहले ही दूल्हा और दुल्हन के बीच विवाद हो गया। दुल्हन कोतवाली पहुंची और कहा कि दूल्हा पक्ष ने 50 लाख दहेज मांगा।
कोतवाल ने बताया कि लड़का विदेश में नौकरी करता है। लड़का और लड़की पक्ष के रिश्तेदार दून में रहते हैं। मसूरी में शादी की योजना बनाई थी। फिलहाल बारात वापस पुणे लौट गई है। दोनों पक्षों की काउंसिलिंग की जाएगी।
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