देश में कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स का अध्ययन कर रहे सरकारी पैनल ने टीके के चलते एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। कोरोना वैक्सीन के चलते भारत में यह पहली मौत की पुष्टि की हुई है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर पर धीरे-धीरे काबू पाया जा रहा है। ज्यादातर राज्यों में कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है। साथ-साथ वैक्सीनेशन अभियान भी जोर शोर से जारी है। देश में फिलहाल कोविशील्ड, कौवैक्सीन और स्पुतनिक V वैक्सीन दी जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही कुछ और वैक्सीन इस अभियान को और तेजी देंगे।
जानकारी मुताबिक़, कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स का अध्ययन कर रहे सरकारी पैनल ने टीके के चलते एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। कोरोना वैक्सीन के चलते भारत में यह पहली मौत की पुष्टि की हुई है। AEFI (एडवर्स इवेंट्स फॉलोइंग इम्युनाइजेशन) समिति ने 68 साल के शख्स की एनाफिलाक्सिस से मौत की पुष्टि की है। एनाफिलाक्सिस एक तरह का एलर्जिक रिएक्शन है।
AEFI के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने इस बारे में पीटीआई से बात करते हुए कहा कि एक बार फिर से हम यह सलाह देंगे कि टीका लगने के 30 मिनट बाद तक वैक्सीनेशन सेंटर पर ही रुकें। इसी अवधि में कई बार साइडइफेक्ट्स देखे जाते हैं और उसके बाद तत्काल इलाज मिलने पर उसे नियंत्रित किया जा सकता है।
कमिटी की ओर से वैक्सीन लेने के बाद जिन केसों की जांच की थी, उनमें से 5 लोगों ने 5 फरवरी को वैक्सीन ली थी। इसके अलावा 8 लोगों ने 9 मार्च को टीका लगवाया था और 18 लोग ऐसे थे, जिन्होंने 31 मार्च को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी।
अरोड़ा ने कहा, 'वैक्सीन लेने के बाद एनाफिलाक्सिस के चलते मौत का यह पहला मामला है, जो जांच के बाद दर्ज किया गया है।' इससे पहले तीन लोगों की कोरोना टीका लगने के चलते मौत की बात कही गई थी, लेकिन सरकारी पैनल ने सिर्फ एक मामले की ही पुष्टि की है। कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 68 वर्षीय शख्स की मौत 8 मार्च, 2021 को हुई थी।
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