कोटद्वार : पूरी क्षमता के साथ पर्वतीय क्षेत्र के सभी रूटों पर 14 जून से चलेंगी GMOU की बसें

गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड (जीएमओयू) समेत उत्तराखंड की सभी निजी परिवहन कंपनियां की बसें शत प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ 14 जून से संचालित की जाएंगी। 


पौड़ी गढ़वाल : शहर कोटद्वार से इस कोरोना काल में पर्वतीय क्षेत्र वासियों के लिए राहत भरी ख़बर सामने आई है। बता दें, गढ़वाल में जीएमओयू और टीजीएमओयू समेत सभी नौ परिवहन कंपनियों की बसें 14 जून से सड़क पर चलने लगेंगी। 

जानकारी के मुताबिक़, गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड (जीएमओयू) समेत उत्तराखंड की सभी निजी परिवहन कंपनियां की बसें शत प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ 14 जून से संचालित की जाएंगी। नया आदेश से संतुष्ट जीएमओयू ने यह निर्णय लिया है। प्राइवेट बस कंपनियों के वाहनों के संचालन से गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के मुख्य मार्गों के साथ ही ब्रांच रूटों पर लोगों को परिवहन सुविधा मिलेगी। किराया पुराना ही लिया जाएगा।

यह भी पढ़े : कोटद्वार से देहरादून के लिए तीन बस सेवाओं का संचालन शुरू, जानिए रूट 

गढ़वाल में जीएमओयू और टीजीएमओयू समेत सभी नौ परिवहन कंपनियों की बसें 14 जून से सड़क पर चलने लगेंगी। जीएमओयू की ओर से पहले 15 जून से बसों के संचालन का निर्णय लिया गया था। अब नया आदेश मिलने के बाद कंपनी ने संयुक्त महासंघ के निर्णय पर 14 जून से वाहनों के संचालन पर मुहर लगा दी है। 

जानकारी के मुताबिक़, जीएमओयू अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने इसकी पुष्टि की। कहा कि 14 जून से पुराने किराए पर ही शत प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ पर्वतीय क्षेत्र के सभी रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। बसों का संचालन शुरू होने से पर्वतीय क्षेत्र में खासकर ब्रांच रूटों के यात्रियों ने राहत की सांस ली है।

यह भी पढ़े : कोटद्वार की उर्वशी रौतेला के पेट में दनादन मुक्के मारता रहा शख्स, दर्द के बावूजद चुपचाप सहती रहीं, देखें वीडियो

जीएमओयू अध्यक्ष पटवाल ने बताया कि कई मोटर मालिकों ने 9 जून से ही सेवाएं शुरू कर दी थीं, लेकिन ये सेवाएं चुनिंदा रूटों पर ही संचालित हो रही थीं। यात्रा से पहले बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। बताया कि जीएमओयू की ओर एक साल का परिवहन कर माफ करने, रोडवेज के समान किराया स्वीकृत करने और हरिद्वार व ऋषिकेश से डोईवाला होते हुए देहरादून के लिए जीएमओयू की बसें चलाने की अनुमति प्रदान करने की मांग यथावत जारी है। इसके लिए परिवहन मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे गए हैं।

Post a Comment

0 Comments