शुक्रवार को 892 नए मामले सामने आए, जबकि 4006 मरीज स्वस्थ हुए। वहीं, 43 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 332959 हो गई है।
उत्तराखंड : प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का गिरता ग्राफ राहत पहुंचा रहा है। आज शुक्रवार को 892 नए मामले सामने आए, जबकि 4006 मरीज स्वस्थ हुए। वहीं, 43 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 332959 हो गई है।
हालांकि, इनमें से 301128 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 19283 केस एक्टिव हैं, जबकि 6631 की अब तक मौत हो गई है। इसके अलावा 5917 संक्रमित राज्य से बाहर जा चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीज ज्यादा होने से सक्रिय मामले घट रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुरुवार को 25940 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, देहरादून जिले में 203, हरिद्वार में 112, नैनीताल में 127, पिथौरागढ़ में 51, टिहरी में 46 , चमोली में 54, अल्मोड़ा में 96, पौड़ी में 44 , रुद्रप्रयाग में 33, ऊधमसिंह नगर में 76, उत्तरकाशी में 12, बागेश्वर में 15, चंपावत जिले में 23 संक्रमित मिले हैं।
(04 जून 2021) प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 332959... आज शाम 6:30 बजे तक प्रदेश में 892 और नये मामले सामने आये।@PIBDehradun @PMOIndia @TIRATHSRAWAT@PIBHindi @drharshvardhan @DDNewslive pic.twitter.com/fASbgJmajp
ग्रामीण क्षेत्रों में भी घटने लगी है कोरोना संक्रमण की दर
जानकारी अनुसार, आपको बता दें, शहरी क्षेत्रों के साथ ही देहरादून के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण की दर धीरे-धीरे कम हो रही है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर जांच और टीकाकरण किया जा रहा है।
दरअसल दूसरी लहर में शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैला था। शहरी क्षेत्र में तो जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी लगातार नजर रख रहा था, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था।
यहां न तो सैनिटाइजेशन हो रहा था और न ही जांच। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही थी। साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा था। जिसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों की भी लगातार निगरानी शुरू कर दी गई।
आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ही एसडीएम, तहसीलदार और पटवारियों को उनके क्षेत्र की नियमित जानकारी हासिल करने को कहा गया। जहां बुखार या खांसी आदि के मरीज मिल रहे थे, उनकी जांच की गई।
वर्तमान में भी ग्रामीण क्षेत्रों में एंटीजन, आरटीपीसीआर जांच की जा रही है और आईवरमेक्टिन की दवा बांटी जा रही है। एसडीएम प्रशासन बीर सिंह बुदियाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर कोरोना जांच के साथ ही टीकाकरण किया जा रहा है। जिससे कोरोना संक्रमण की दर लगातार कम होना राहत की बात है।
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