साइबर ठग लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए 15 दिन में पैसे डबल करने का लालच देते थे। पीड़ित रोहित कुमार की शिकायत पर STF ने ये बड़ी कार्रवाई की है। अब तक ये जालसाज पावर बैंक नामक एप के माध्यम से करीब 250 करोड़ की साइबर ठगी को अंजाम दे चुके थे।
कुछ समय पहले आए पावर बैंक नामक एप ने लोगों को पैसे डबल करने का लालच देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी का बहुत बड़ा खेल खेला। कई लोगों ने पैसे डबल करने के लालच में आकर इस एप्लीकेशन को इंस्टॉल किया। पावर बैंक को इंस्टॉल करने वालों में 20 से 40 वर्ष के युवा पीढ़ी की ज्यादा रूचि रही।
जिन्होंने पैसे डबल करने के लालच में आकर इस एप्लीकेशन में अपना खूब पैसा लगाया। बता दें कि इस एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने के बाद इसमें रिचार्ज किया जाता था, जो कि 300 रुपये से लेकर लगभग 1.50 लाख रुपये तक था। जो भी ग्राहक इस एप्लीकेशन को इंस्टॉल करके इसमें रिचार्ज करता था उसे रिचार्ज के हिसाब से प्रति घंटे की इनकम होती थी। लेकिन अब एसटीएफ ने नोएडा से मुख्य आरोपी पवन कुमार पांडे को अरेस्ट कर लिया है। जिनके पास से कई सारी चीजें बरामद की गई हैं।
पावर बैंक नामक एप के माध्यम से 15 दिनों में पैसे डबल करने का देते थे लालच STF ने 250 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा किया है। पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ये साइबर ठग 15 दिन में पैसे डबल करने का लालच देते थे। एडीजी अभिनव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका खुलासा किया है। विदेशी व्यापारियों द्वारा भारत के बैंक खातों के माध्यम से की जा रही धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया गया।
साइबर ठग लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए 15 दिन में पैसे डबल करने का लालच देते थे। पीड़ित रोहित कुमार की शिकायत पर STF ने ये बड़ी कार्रवाई की है। अब तक ये जालसाज पावर बैंक नामक एप के माध्यम से करीब 250 करोड़ की साइबर ठगी को अंजाम दे चुके थे। मुख्य अभियुक्त पवन कुमार पांडेय को STF ने नोएडा सेक्टर 99 से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से ये चीजें बरामद हुई हैं।19 लैपटॉप, 592 सिम कार्ड, 5 मोबाइल फोन, 4 एटीएम और 1 पासपोर्ट
0 Comments