उत्तरकाशी के बाद अब टिहरी के मेड गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है। इससे आधा दर्जन से अधिक परिवारों के घरों में मलबा घुस गया।
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते कई जगह बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही है। भारी बारिश के बाद रविवार देर रात को कुदरत का कहर उत्तरकाशी के तीन-चार गांवों पर तबाही बनकर बरपा। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और रेस्क्यू टीम का सर्च ऑपरेशन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब खबर आ रही है कि आज सोमवार सुबह तड़के टिहरी के मेड गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है। इससे आधा दर्जन से अधिक परिवारों के घरों में मलबा घुस गया। बादलों की तेज आवाज सुनकर सभी लोग नींद से जाग गए। घटना सुबह चार बजे की बताई जा रही है, गनीमत यह रही की सभी लोग सुरक्षित हैं और कोई जनहानि नहीं हुई है।
आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र बाल गंगा घाटी के दूरस्थ गांव मेड में बीती रात भारी बारिश के चलते और बादल फटने से आधा दर्जन से अधिक परिवारों के घरों में मलबा घुस गया। इससे गांव के भागवत सिंह, चंद्र सिंह, गंभीर सिंह, दिनेश सिंह, मनोज सिंह, कुशल सिंह, आदि के घरों में मलबा घुसने से खाद्य सामग्री पूरी तरह से खराब हो गई है। शिक्षक भागवत सिंह राणा ने बताया कि बादल फटने की घटना सुबह हुई है। उन्होंने सभी ग्रामीणों को घरों से बाहर निकलने के लिए कहा।
शिक्षक भागवत सिंह राणा ने बताया कि गांव की कई नाली कृषि भूमि, पेयजल लाइन, रास्तों को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान उन्हें भी चोट लगी। शिक्षक को ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलेश्वर लाया गया है, जहां पर चिकत्सकों के द्वारा प्रथमिक उपचार दिया जा रह है। तहसीलदार आरएस रावत ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पटवारी को भेजा गया है। जल्द ही नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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