उत्तराखंड में डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही है। सिर्फ मैदानी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं।
उत्तराखंड में डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही है। सिर्फ मैदानी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। आम हो या खास कोई भी इसकी चपेट में आने से बच नहीं पा रहा है। वहीं डेंगू मरीजों की मौत के बढ़ते मामले भी चिंता का कारण बने हुए हैं।
उत्तराखंड में बढ़ते डेंगू के मामले चिंता का विषय हो गए हैं। वहीं, डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार सतर्क हो गई है। वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने डेंगू की रोकथाम के सिलसिले में स्वास्थ्य सचिव डा आर राजेश कुमार से फीडबैक लिया। उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक और देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ बैठक कर डेंगू को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि डेंगू को चुनौती के रूप में लेते हुए सभी अधिकारी व कर्मचारी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। शहरी विकास विभाग से भी समन्वय बनाते हुए डेंगू की रोकथाम में मदद लेने के लिए भी कहा। कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में हुई बैठक के दौरान डेंगू की रोकथाम को उठाए जा रहे कदमों की जानकारी ली। बैठक में अधिकारियों ने उन्हें बताया कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के मामलों की संख्या अधिक है, उन्हें कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि देहरादून में डेंगू का प्रकोप अधिक है। इससे निपटने को सभी को कमर कसनी होगी। उन्होंने डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाने, लार्वा पाए जाने पर उसे मौके पर ही नष्ट करते हुए आसपास के क्षेत्रों में भी कड़ाई से अभियान चलाने, इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म से आमजन को डेंगू से बचाव की जानकारी देने, मच्छरदानी का प्रयोग व पूरे बाजू के कपड़े पहनने को प्रेरित करने, अस्पतालों में डेंगू वार्ड पर्याप्त संख्या में बनाने संबंधी निर्देश भी दिए।
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