भारतीय सेना में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के लाल श्रवण चौहान की अचानक तबीयत बिगड़ने से देहांत हो गया।
भारतीय सेना में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के लाल श्रवण चौहान की अचानक तबीयत बिगड़ने से देहांत हो गया। श्रवण के निधन की सूचना से गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर है। श्रवण कुमार चौहान पुत्र शूरवीर चौहान भारतीय सेना की 14वीं बटालियन में लेह लद्दाख सीमा पर तैनात थे।
गुरुवार को अचानक उनका स्वास्थ्य खराब होने पर सेना ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान श्रवण का देहांत हो गया। श्रवण का पार्थिव शरीर आज सुबह चंडीगढ़ पहुंचाया गया है।
चंडीगढ़ से भारतीय सेना एंबुलेंस के जरिए सड़क मार्ग से मृतक जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सरनौल पहुंचाएगी। जिला पंचायत सदस्य आनंद सिंह राणा ने बताया कि श्रवण चौहान पांच भाई बहनों में से चौथे नंबर के थे। इनका एक बड़ा और दूसरा छोटा भाई भी सेना में भर्ती है।
सीएम धामी ने जताया शोक
लेह लद्दाख में उत्तराखंड की विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी जवान श्रवण चौहान बलिदान हो गए हैं। सीएम धामी ने ट्वीट कर जवान के बलिदान होने पर शोक जताया।
लेह लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
लेह लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान जी के शहीद होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 19, 2024
ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।…
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